दोस्ती पर निबन्ध – Essay On Friendship in Hindi

Friendship Essay – यहाँ पर आप दोस्ती पर निबन्ध (Essay On Friendship in Hindi) के सरल उदाहरण प्रकाशित किए गए है.

नीचे दिया गया दोस्ती निबंध हिंदी में कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों के लिए उपयुक्त है।

दोस्ती पर निबंध

मित्रता एक बहुत प्यारा रिश्ता है यह हमें कभी अकेला महसूस नहीं होने देती. दोस्ती किसी दो या दो से अधिक लोगो के बीच होने वाला रिश्ता है. मित्रता हमारे अकेलेपन को दूर करती है. हमने हसी-खुसी जीवन जीने के लिए दोस्तों की बहुत जरुरत होती है जिसे दोस्ती कहते है. दोस्ती में हम एक दुसरे पर भरोशा करते है. मित्रता किसी उम्र, लिंग, जाती व्यक्ति या पद तक सीमित नहीं होती बल्कि दोस्ती किसी भी व्यक्ति वर्ग या पुरुष की पुरुष, महिला की महिला से या इंसान की जानवार के बीच भी हो सकती है.

मित्रता में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होता. दोस्ती में हम हरेक स्थिति पर एक दुसरे के साथ रहते है. हमारे जीवन में महत्वपूर्ण वस्तुओं के होने के वावजूद भी दोस्ती एक मूल्यवान रिश्ता होती है. बिना मित्रता के कोई भी व्यक्ति अपना जीवन संतोषजनक नहीं गुजार सकता. सभी के जीवन में अच्छी-बुरी, ख़ुशी के यादें को दोहराना एक अच्छे निष्ठावान मित्रों की जरुरत होती है.

अच्छे मित्र हमेशा एक दुसरे की सुख-दुःख को बांटते है जो बुरे वक्त में हमे समझाने का प्रयास करते है. सच्ची मित्रता वो होती है जिसमें व्यक्ति एक दुसरे को गहराई से जानता है और हमेशा उसपर भरोसा करता है.

जीवन में सुख-दुःख बांटने के लिए मित्रों की आवश्यता होती है. और आमतौर पर एक सच्ची और सही मित्रता एक बराबर उम्र मित्र के व्यक्तियों के बीच हो सकती है. दोस्ती का कोई स्थान नहीं होता यह कही भी किसी भी समय किसी से भी हो सकती है.

Read Also...  परोपकार पर निबन्ध - Essay On Philanthropy in Hindi

मेरी कक्षा में पढ़ रहे सभी सहपाठी मेरे मित्र है और मेरी बहुत सहायता करते है यदि मुझे किसी विषय में पूछना होता है तो वह मेरी सहायता करते है. स्कुल के अलावा मेरे मोहल्ले के लड़के भी मेरे मित्र है जिनके साथ अक्सर में खेलता हूँ और साथ में अपने खाने की चीजे भी उनके साथ बांटता हूँ. दोस्ती में यदि किसी कारण अनवान हो जाए तो हमने एक दुसरे से बात करना बंद नहीं करना चाहिए.

दोस्ती का यदि अन्य कोई नाम है तो वह है एक दुसरे का ध्यान रखना और हर मुश्किल समय में साथ निभाना. जिन दो लोगो के बीच सच्ची मित्रता होती है वह लोग किसी भी तरह के लालच के बिना अपने मित्रो का ध्यान रखते है और सदैव हमारे जीवन में साथ रहते है. यदि मित्रता लम्बे समय तक बनाई रखनी है तो मित्रता में भरोसे और सम्पर्पण की जरुरत होती है.

आज के समय में कुछ लोग सिर्फ मित्र इसलिए बनाते है की उनकी जारुरते व् इच्छाओं की पूर्ति दोस्त से पूरी हो. और एक अच्छा दोस्त खोजना बहुत मुस्किल है. सच्ची मित्रता वह नहीं होती जो मौके पर और आपके सामने मौजूद हो बल्कि वह जो हरेक कठिनाई , तकलीफ एवं बुरी परिस्थितयों में भी आपके साथ खड़ा रहें. सच्चे मित्र हमेशा एक दुसरे का होंसला बढ़ाते हैं और उसकी सहायता करते है.

मेरा प्रिय मित्र पर निबंध 250 शब्दों में

मेरा प्रिय दोस्त प्रवीन है. जब में अपने प्रिय मित्र से पहली बार मिला था/थी. तो मुझे इसकी भोली सी मुस्कान और विश्वास भरा हुआ व्यवहार से ख़ुशी हुई थी. उसके साथ बिताया हर लम्हा या पल खुशियों से भर देता है.

Read Also...  मेरा प्रिय खेल पर निबन्ध - Essay On My Favourite Game in Hindi

प्रवीन की खुश मिज़ाज हरकतें हमेशा लोगो को खुश कर देती है. वो हर समय अपने साथिओं को सपोर्ट करता है और मुसीबतों के समय उन्हें सहायता प्रदान करता है. इसके साथ ही वो हर समाया किसी के साथ बुराई नहीं करता और सब के प्रति सम्मान रखने की कोशिश करता है.

मेरा प्रिये मित्र प्रवीन एक भुत ही कलाकार है और उसके साथ समय बिताने के बाद मैंने समझा की उसके अन्दर अनेक गुण है. उसका कला सिखने का जूनून, उसका सहज व्यवहार और उसकी क्रिएटिविटी का जादू मुझे हमेशा प्रभावित करता है.

मेरा बेस्ट फ्रेंड प्रवीन और में हम दोनों एक दुसरे के साथ बहुत खुश रहते है और जब कभी भी जरुरत होती है हमेशा एक दुसरे के साथ होते है. प्रवीन मेरा सबसे अच्छा दोस्त है, जिसके साथ में हर बात शेयर कर सकता हु. मैं हमेशा उसके साथ रहना और उसके लिए हमेशा दुआ करूँगा की उसकी जिंदगी खुशियों से भरी रहे.

Previous Post Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *