फ़र्रुख़ सियर प्रथम के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य
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फर्रुखसियर मुग़ल वंश के अजीमुश्शान का पुत्र था. उसका पूरा नाम अब्बुल मुजफ्फरुद्दीन मुहम्मद शाह फर्रुखसियर था. वह ‘साहिद-ए-मजलूम’ के नाम से जाना जाता था.
Important facts about of Farrukhsiyar in Hindi
- फर्रुखसियर ने अपने पिता अजीमुश्शान की उत्तराधिकार युद्ध में हत्या की सुचना पाते ही पटना (बिहार) में अपने को बादशाह घोषित किया.
- फर्रुखसियर सैयद बंधुओ (अब्दुल्ला खां और हुसैन अली खां) के सहयोग से बादशाह बना.
- उसने अब्दुल्ला खां को वजीर का पड़ एवं कुतुबुलमुल्क की उपाधि तथा हुसैन अली खां को अमिर-उल-उम्र तथा मीर बख्शी का पद दिया.
- सैयद बन्धु (हुसैन अली और उसका भाई अब्दुल्ला) भारतीय इतिहास में राजा बन्नने वाले के नाम से प्रसिद्द थे.
- उसने निजाम-उल-मुल्क के नाम से मशहूर चिनकिलिच खां को दक्कन का गवर्नर नियुक्त किया, जिसने बाद में स्वतंत्र राज्य-हैदराबाद की स्थापना की.
- उसके समय में ही पेशवा बालाजी विश्वनाथ मराठा-क्षेत्र पर सरदेशमुखी और चौथ बसूली के अधिकार को प्राप्त करने के लिए मुग़ल दरबार में उपस्थित हुए थे.
- फर्रुखसियर ने तुसनी गुट (मध्य एशियाई मूल) के एक आमिर चिनकिलिक मुल्क और खां खाना की उपाधि दी.
- फर्रुखसियर ने जोड़पुर (मारवाड़) के शासक अजित सिंह की पुत्री से विवाह किया.
- फर्रुखसियर ने सैयद बंधुओ के प्रभाव को कम करने के लिए उनके खिलाफ षड्यंत्र रचने शुरू किए.
- उसने गुजरात के सूबेदार दाउद खां को सन्देश भेजा की वह हुसैन अली को मार डाले, किन्तु हुसैन अली ने दाउद खां को मार डाला.
- फर्रुखसियर के समय में ही 1716 ई. बाँदा बहादुर को दिल्ली में फांसी दे दी गई.
- 1717 में सम्राट फर्रुखसियर ने ईस्ट इण्डिया कम्पनी को बंगाल के रास्ते बिना सीमा शुल्क ऐडा किए व्यापार की रियायत प्रदान कर दी.
- हुसैन अली मराठा सैनिकों के साथ दिल्ली आ गया सैयद बंधुओं ने महत्वपूर्ण अमीरों को अपने पक्ष में कर फर्रुखसियर को अपदस्थ कर 28 अप्रैल, 1719 ई. को उसका वध कर दिया.
- फर्रुखसियर की हत्या के पश्चात सैयद बंधुओ ने मुगलसत्ता पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया.
- फर्रुखसियर को घृणित कायर भी कहा गया है. फर्रुखसियर ने गद्दी पर बैठते ही जजिया कर को समाप्त कर दिया.