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विलुप्त पक्षी हुइया के बारे में; 23 लाख रुपये में बिका हुइया पक्षी एक पंख; इतिहास और जीके

Huia Bird – 21 मई 2024 को न्यूजीलैंड देश के ऑकलैंड शहर में स्थित वेव्स ऑक्शन हाउस में लुप्त हो चुकी हुइया पक्षी का एक दुर्लभ पंख सबसे महंगी रकम में नीलाम हुआ हुआ है, हुइया नामक पक्षी का पंख 23.63 लाख रुपए में नीलाम हुआ।

हुआया पक्षी अंतिम बार कहाँ देखा गया था

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह पंख न्यूजीलैंड के हुइया नामक पक्षी (Huia Bird) का माना गया है, जोकि कई वर्षो पहले लुप्‍त हो चुकी है. न्यूज़ीलैंड के संग्रहालय के मुताबिक , इस पक्षी को आखिरी बार साल 1907 में देखा गया था. उसके बाद लगभग बीस से तीस वर्षों तक अपुष्ट रूप से इसके देखे जाने की सूचना मिलती रही. लेकिन कई वर्षो से अब ये पक्षी कहीं नजर नहीं आता.

हुइया पक्षी के बारे में सामान्य ज्ञान

हुआया पक्षी (Huia Bird) को माओरी प्रजाति के लोगों द्वारा पवित्र माना जाता था. हुआया वेटलबर्ड फैमिली का एक छोटा सा पक्षी था. इस पक्षी के पंख बेहद सुंदर होते थे, जिसके क‍िनारों पर सफेद रंग की टिप लगी होती थी. इनके पंखों को आमतौर पर प्रमुखों और उनके परिवारों द्वारा हेडपीस के रूप में पहना जाता था. इनके पंख को लोग मुकुट पर ये लोग सजाकर रखते थे. यहां तक क‍ि किसी विशेष अवसर पर उपहार के रूप में भी इसे दिया जाता है. यही कारण है जिसकी वजह से इसका व्‍यापार भी खूब होता था.

हुआया पक्षी की नीलामी कीमत

21 मई 2024 को हुइया पक्षी के एक पंख की नीलामी हुई. नीलामीकर्ताओं ने इस दुर्लभ पंख की शुरुआती का मूल्य 1.66 लाख से 2.50 लाख रुपए आँका था । लेक‍िन इस पंख की फाइनल नीलामी पिछले रिकॉर्ड से 450 फीसदी ज्‍यादा कीमत पर रही. हुआया पक्षी के पंख की 28,417 अमेर‍िकन डॉलर यानी लगभग 23 लाख 66 हजार रुपये में हुई.

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हुइया पक्षी के बारे में रोचक तथ्य

  • इससे पहले साल 2010 में हुइया पक्षी का पंख 7 लाख रुपए में बिका था।
  • हुइया पक्षी न्यूजीलैंड की वेटलबर्ड प्रजाति में सबसे बड़ी पक्षी थी।
  • हुइया पक्षी अपनी मीठी बोली, काले चमकदार पंख और सफेद रंग की लंबी पूंछ के लिए जानी जाती थी।
  • हुइया नामक पक्षी को अंतिम बार साल 1907 में देखा गया था।
  • न्यूजीलैंड desh के माओरी लोग हुइया पक्षी को टापू (पवित्र) मानते थे।
  • इस पक्षी की खाल या पंख पहनना उच्च वर्ग के vyaktiyon के लिए आरक्षित था।
  • इसके पंख को कल्चर एंड हैरिटेज मिनिस्ट्री ने ताओंगा टुटुरु (प्रामाणिक खजाना) के रूप में पंजीकृत किया। इसके तहत इस पक्षी के पंख को बिना सरकारी अनुमति के न्यूजीलैंड देश से बाहर नहीं ले जाया जा सकता है।
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