उत्तराखंड का गठन 09 नवंबर, 2000 को हुआ, इसकी राजधानी का नाम देहरादून, इस राज्य का क्षेत्रफल 53,483 वर्ग किमी. में फैला हुआ है वर्तमान में इस राज्य में कुल 13 जिले है इस राज्य प्राचीन नाम उत्तराँचल है. उत्तराखंड में संभागों की संख्या 02 (गढ़वाल व कुमाऊँ) है. उत्तराखंड राज्य का उच्च न्यायालय नैनीताल में है.
उत्तराखंड का राजकीय पशु ‘कस्तूरी मृग’ है उस इसका राजकीय पक्षी का मोनाल है वही राजकीय लोककला ऐपण है और राजकीय पुष्प ब्रह्म कमल है, बुरांश इस राज्य का राजकीय वृक्ष है और हरेला इस राज्य का राजकीय पर्व माना जाता है.
उत्तराखंड 27वाँ भारतीय गणतंत्र का राज्य है, इस राज्य की भौगोलिक स्थिति -28º 43′ से 31º 27′ उत्तरी अक्षांश एवं 77º 34′ से 81º 02′ पूर्वी देशांतर के मध्य स्थित है।
1 अगस्त, 2000 को उत्तराखंड राज्य के गठन हेतु विधेयक लोकसभा से पारित हुआ था और 10 अगस्त, 2000 को इस राज्य के गठन हेतु विधेयक राज्यसभा से पारित हुआ. 28 अगस्त, 2000 को उत्तरांचल राज्य विधेयक पर राष्ट्रपति (तत्कालीन राष्ट्रपति- के.आर. नारायणन) द्वारा स्वीकृति दी गई और 9 नवंबर, 2000 को इस राज्य का गठन हुआ.
उत्तराखंड देश के क्षेत्रफल का 1.63% प्रतिशत है जिसका कुल पर्वतीय भाग 46,035 वर्ग किमी. (86.07%) और मैदानी भाग 7,448 वर्ग किमी. (13.93%) है.
उत्तर से दक्षिण में इसका विस्तार 320 किमी. और पूर्व से पश्चिम में इसका विस्तार 358 किमी. है. दो राज्य उत्तराखंड की सीमा से लगे हुए है जिसमे हिमाचल प्रदेश पश्चिम में और उत्तर-प्रदेश दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्व में एवं दो देश इस राज्य की सीमा से लगे हुए है जिसमे एक नेपाल है जोकि पूर्व में और उत्तर में तिब्बत (चीन) शामिल है.
उत्तराखंड राज्य का राजकीय चिह्न अशोक की लाट के नीचे चिन्हित तीन पर्वत चोटियाँ एवं उसके नीचे गंगा की चार लहरों को अंकित किया गया है। अशोक की ललाट नीचे सत्यमेव जयते लिखा गया है एवं इसका राजकीय पुष्प ब्रह्म कमल है जिसका स्थानीय नाम कौलपद्य व् वैज्ञानिक नाम सोसूरिया अबलेवेटा है. बुरांश (रोडोडेन्ड्रॉन) इस राज्य का राजकीय वृक्ष है और कस्तूरी मृग (मस्कस काइसोगांस्टर) राजकीय पशु, मोनाल (लोपोपोरस इंपेजिनस) इस रजा का राजकीय पक्षी माना गया है और फुटबाल को राजकीय खेल राजकीय गीत में उत्तराखंड देवभूमि, मातृभूमि, शत् शत् वंदन… (हेमंत बिष्ट द्वारा लिखित) शामिल है और वर्ष 2016 में पीकॉक को राजकीय तितली घोषित किया गया था
प्रथम राजकीय भाषा इस राज्य की हिंदी और दूसरी- संस्कृत (जनवरी 2010 से) है राज्य की विधायिका एक सदनीय (विधानसभा) है वर्तमान में उत्तराखंड में विधानसभा सदस्यों की संख्या 71 जिसमे 70 निर्वाचित + 1 मनोनीत है, 13 विधानसभा में अनुसूचित जाति के सदस्यों की संख्या और 2 अनुसूचित जनजाति के सदस्यों की संख्या उत्तराखंड लोकसभा में सदस्यों की संख्या 5 है.
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