बिटकॉइन के बारे में संपूर्ण सामान्य ज्ञान जानकारी हिंदी भाषा में!
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बिटकॉइन क्या है, ये कब आया, बिटकॉइन का इस्तेमाल, इसकी खोज किसने और कहा की, यह कैसे काम करता है व् इसको कहाँ रखा जाता है इन सभी सवालो की जानकारी हिंदी में दी गयी है!
इन सभी सवालो के जबाव का विवरण हमने संछिप्त में किया है आये पहले जानते है आखिर बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है?
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) या कह सकते है डिजिटल मुद्रा यह पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है, जिसका अर्थ है की यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती। जिसका मतलब है बिटकॉइन को नियंत्रण करने के लिए कोई भी बैंक शाखा या सर्कार नहीं है मतलब बिटकॉइन का कोई मालिक नहीं है.
कई अर्थशास्त्रियों द्वारा बिटकॉइन को पोंज़ी स्कीम घोषित किया गया है बिटकॉइन का का प्रयोग आप डिजिटल यानी इंटरनेट की मदद से कर सकते है, यह ऐसी मुद्रा है जिसे हम ही देख सकते हैं ना ही उसे पैसों की तरह छू सकते हैं बिटकॉइन सिर्फ एक इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है| बिटकॉइन सभी मुद्राओ से बिलकुल अलग है क्युकी इसे आप शारीरिक रूप से नोट या सिक्के के रूप में सामान की खरीद नहीं कर सकते| बिटकॉइन विश्व का प्रथम पूर्णतया खुला भुगतान तंत्र है।
बिटकॉइन का आविष्कार किसने और कब किया?
बिटकॉइन का विकास सातोशी नकामोतो नामक एक अभियंता ने 2008 में किया था और 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया गया था। तब इसकी लोकप्रियता बढ रही थी.
बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यूँ और किस लिए किया जाता है?
बिटकॉइन का इस्तेमाल कोई भी मनुष्य कर सकता है जिस तरह हम इंटरनेट का प्रयोग करते है और इसका कोई मालिक नहीं है ठीक बिटकॉइन भी उसी तरह काम करता है. यदि कोई व्यक्ति आम डेबिट /क्रेडिट कार्ड से भुगतान करता है तो लगभग दो से तीन प्रतिशत लेनदेन शुल्क लगता है लेकिन बिटकॉइन में ऐसा कुछ नहीं होता है। इसके लेनदेन में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है, बिटकॉइन एक सुरक्षित और तेज मुद्रा है इसी कारण ये तेजी से लोकप्रिय हो रही है| बिटकॉइन का उपयोग आप प्लेन की टिकट, होटल रूम, इलेक्ट्रॉनिक्स, कार, कॉफी और किसी अन्य चीज के लिए भी पेमेंट कर सकते हैं
आइये जाने बिटकॉइन माइनिंग क्या है?
वर्तमान में बिटकॉइन काफी तेजी से प्रसिद्ध हो रहा है। इसे शक्ति उन हजारों लोगों से मिलती है जिनके पास विशेष कंप्यूटर है जो नेटवर्क को शक्ति संपन्न बनाते हैं नेट पर विनिमय को सुरक्षित करते हैं और लेनदेन की जांच करते हैं। इसे माइनिंग कहा जाता है।
साधारण भाषा में माइनिंग मतलब यदि खुदाई या किसी खोज द्वारा खनिजो को निकालना जैसे की सोना कोयला आदि की माइनिंग चूकि बिटकॉइन का कोई भोतिक रूप तो है नहीं तो इसकी माइनिंग परंपरागत तरीके से तो नहीं हो सकती इसकी माइनिंग मतलव की बिटकॉइन का निर्माण करना होता है| बिटकॉइन एक सी प्रोसेस है जिसमें कंप्यूटिंग पावर का इस्तेमाल कर ट्रांजैक्शन ट्रांजैक्शन प्रोसेस किया जाता है, नेटवर्क को सुरक्षित रखा जाता है साथ ही नेटवर्क को सिंक्रोनाइज भी किया जाता है यह एक बिट कंप्यूटर सेंटर की तरह है पर यह डी सेंट्रलाइज सिस्टम है|
भारतीय रिजर्व बैंक ने 24 दिसम्बर 2013 को बिटकॉइन सम्बन्ध में एक प्रेस प्रश्नी जरी की और कहा इस तरह की मुद्राओ का लेन-देन को कोई भी अधिकारिक अनुमति नहीं दी गई है बिटकॉइन जैसी वर्चुअल मुद्राओं के लेन-देन में कई तरह के जोखिम हो सकते है| और फरवरी 2017 और 5 दिसम्बर 2017 भारतीय रिजर्व बैंक ने पुन: इसके बारे में सावधानी जारी की थी|