CAG Means in Hindi- जानें CAG रिपोर्ट क्या होती है? और इसके उद्देश्य एवं प्रभाव
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CAG रिपोर्ट का मतलब- इसे किसलिए और कैसे तैयार किया जाता है, क्यों पेश की जाती है CAG Report, जानें
CAG Report in Hindi- दिल्ली विधान सभा चुनाव 2025 चुनाव नतीजों के बाद CAG रिपोर्ट (Comptroller and Auditor General – CAG) चर्चा में बनी. दिल्ली CAG रिपोर्ट में दिल्ली सरकार द्वारा कथित शराब घोटाले की बात कही गई. दिल्ली CAG रिपोर्ट फरवरी 2025 में पुरानी दिल्ली सरकार पर आरोप लगाए जिससे कैग रिपोर्ट काफी चर्चाओं में आ गई.
CAG Report Full Form
सी.ए.जी रिपोर्ट भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की एक रिपोर्ट है.
यदि आप भी सोच रहे है आखिर क्या है कैग रिपोर्ट? इस रिपोर्ट को कैसे तैयार किआ जाता है इस लेख में कैग रिपोर्ट के बारे में सामान्य ज्ञान जानकारी प्रकाशित की गई है.
क्या होती है कैग रिपोर्ट
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि आखिर कैग रिपोर्ट क्या होती है, तो आपको बता दें कि इस रिपोर्ट को भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (Comptroller and Auditor General – CAG) द्वारा तैयार किया जाता है.
कैग रिपोर्ट क्या होती है
कैग रिपोर्ट को भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (Comptroller and Auditor General – CAG) द्वारा तैयार एवं जारी किया जाता है. जिसका प्रमुख उद्देश्य सरकारी खर्चों और वित्तीय प्रबंधन का एक ऑडिट नमूना (लेखा परीक्षण) करना तथा इसे संसद और विधानसभाओं में प्रस्तुत करना है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 148 से 151 तक कैग से जुड़े प्रावधान हैं.
CAG रिपोर्ट का प्रमुख उद्देश्य
- कैग रिपोर्ट के प्रमुख उद्देश्यों में से एक सरकार के राजस्व और व्यय की निष्पक्ष परीक्षण या समीक्षा करना शामिल है.
- कैग द्वारा सरकारी विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों और अन्य संस्थानों द्वारा किए गए कुल खर्च का लेखा-जोखा भी रखा जाता है. जिसके अंतर्गत यह पता लगाया जाता है कि किस साल में किस मद या कार्य में सरकार के खजाने से कितना पैसा खर्च किया गया है.
- यदि सरकार के पैसों के लेनदेन में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं, तो इसे कैग रिपोर्ट द्वारा प्रस्तुत किया जाता है. शासित सरकार द्वारा जो भी नीतियां और योजनाएं लागू की जाती हैं, उनके प्रभाव का मूल्यांकन करना.
कैसे तैयार होती है CAG रिपोर्ट?
अब सवाल है कि आखिर कैग रिपोर्ट अलग-अलग प्रकार से तैयार की जाती हैं जैसे:
- सरकारी खातों का ऑडिट: केंद्र और राज्य सरकारों के वित्तीय दस्तावेजों की समीक्षा कैग द्वारा की जाती है.
- योजनाओं और परियोजनाओं का विश्लेषण: जो योजनायें सरकार द्वारा लागू की जाती उनके क्रियान्वयन एवं उनकी प्रभावशीलता की जांच की जाती है.
- रिपोर्ट: ऑडिट के निष्कर्षों को एक विस्तृत रिपोर्ट के रूप में संकलित किया जाता है.
- संसद या विधानसभा में प्रस्तुत करना: यह कार्य रिपोर्ट तैयार होने के बाद लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और लोक लेखा समिति (PAC) के समक्ष पेश किया जाता है. लोक लेखा समिति में वर्तमान में कुल 22 सदस्य होते हैं.
CAG रिपोर्ट के प्रमुख प्रकार
- वित्तीय रिपोर्ट: सरकारी खर्चों और बजट का विश्लेषण करना.
- प्रदर्शन ऑडिट रिपोर्ट: सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं की प्रभावशीलता का आकलन.
- अनुपालन रिपोर्ट: सरकारी खर्चे नियमों और कानूनों के अनुरूप हैं या नहीं आदि जांच.
CAG रिपोर्ट के क्या रहे हैं प्रभाव
- घोटालों का खुलासा: कैग रिपोर्ट पेश होने पर बीते वर्षो में कुछ घोटाले भी सामने आए हैं, जैसे 2G स्पेक्ट्रम घोटाला, कोयला घोटाला, रेलवे टेंडर घोटाला आदि शामिल है.
- नीतिगत सुधार: सीऐजी रिपोर्ट आने से सरकार को मदद मिलती है कि वित्तीय प्रबंधन किस प्रकार करना है.
- सरकारी कामकाज में पारदर्शिता: रिपोर्ट से सरकार के कामकाज में पारदर्शिता बनती है.