Essay on Holi in Hindi- होली पर निबन्ध स्कूल सभा, कार्यक्रम के लिए
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Essay on Holi in Hindi- होली पर सरल निबन्ध विद्यालय सभा के लिए
Essay on Holi in Hindi- होली भारत में हर वर्ष बसंत ऋतु के फाल्गुन महीने में मनाया जाने वाला त्यौहार जाता है, होली त्यौहार भारत का प्राचीन त्यौहार हैं, यहां होली पर सबसे सरल और आसान शब्दों में हिंदी में निबंध पढ़ें. नीचे दिया गया होली निबंध हिंदी में कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए उपयुक्त है.
होली पर निबंध 100 शब्दों में – Hindi Holi Essay in 100 Words
होली रंगों का त्यौहार है. होली पर लोग आपस में एक दुसरे पर रंग-अबीर और गुलाल लगते है. ओली भाई-चारे का सन्देश देता है. इस दिन सभी लोग पुरानी दुश्मनी को भूलकर गले लगते है. होली फाल्गुन मास की पूर्णिमा की मनाई जाती है. भारत में होली दो दिन तक मानते है. छोटी होली पर होलिका दहन होता है और अगले दिन बड़ी होली पर रंगों से यह त्यौहार मनाया जाता है. देश में जगह जगह होली हर्षोल्लास के साथ मानते है, भारत में ब्रज की होली, वृन्दावन की होली, काशी की होली और ब्रज की होली काफी लोकप्रिय मानी जाती है. होली का त्यौहार आपसी एकता और मजबूत और भेद-भाव को दूर करता है.
होली पर निबंध 250 शब्दों में – Hindi Holi Essay in 250 Words
होली रंग बिरंगे एवं अनेक तरह के रंगों से खेला जाने वाला खुशियाँ का त्यौहार है. यह हिन्दुओं में मनाया जाने वाला त्यौहार हैं. इस दिन सभी लोग आपस में गले मिलकर एक दुसरे पर रंग, अबीर गुलाल लगते है.
इस दिन सत्य की असत्य पर तथा देव की दानव पर विजय हुई थी. इस दिन सभी व्यक्ति छोटे बच्चे , बुजुर्ग (पुरुष, महिला) कई तरह के रंगों को एक दुसरे के ऊपर डालकर बड़ी धूमधाम से खेलते है. इस दिन सभी लोगो के घर मिठाइयाँ एवं अनेक तरह के पकवान बनते है, जिसे लोग आपस में मिलकर खाते है. यह त्यौहार एक-दुसरे की इर्ष्या को दूर करता है.
“होली” शब्द “होलिका नामक राक्षसी” से उत्पन्न हुआ है, जो दानव राजा हिरण्यकश्यप की बहन थी. हिरण्यकश्यप के आदेश पर होलिका ने नारायण भक्त प्रह्लाद को अपनी गोद में रखकर जलती आग में बैठी थी, परन्तु भक्त प्रहलाद को कुछ नहीं हुआ और होलिका नामक राक्षसी उस आग में जल गई थी. इस दिन बुराई की अच्छाई पर विजय हुई थी.
इसके बाद रंगों की होली से पहले लोग इकट्ठा होकर रात में लकड़ी, घास, एवं इंधन का ढेर जलाकर होलिका दहन करते थे, और रीती रिवाज से सम्बंधित गीत एवं संगीत गाते हैं. इस त्यौहार को हिन्दुओ के अलावा सभी व्यक्ति खूब उल्लास के साथ मानाने है, और एक दुसरे को गले लगते है जोकि लोगो के बीच पुरानी कटुता/दुश्मनी को दूर करता है.
वर्तमान में कई रंग ऐसे होते है जिससे व्यक्ति की त्वचा को हानि/नुकसान पहुँच सकता हैं. होली का त्यौहार पर ज्यादा गाड़े एवं अधिक नशीले रंगों का प्रयोग करना चाहिए होली एक हर्षोउल्लास का त्यौहार है, जिसमे अपनी और दुसरे व्यक्ति की सुरक्षा के साथ खेला जाता है.
होली पर निबंध 10 लाइन – Hindi Holi Essay in 10 Line
- होली, रंगों का त्योहार कहा जाने वाला एक हिन्दू पर्व है.
- होली फाल्गुन (फागुन) मास की पूर्णमासी को मनाया जाता है.
- इस दिन भगवान् विष्णु भक्त प्रह्लाद को होलिका नमक राक्षसी द्वारा अग्नि में जलाने के प्रयास के विफल होने की याद में मनाया जाता है.
- इस दिन बुराई पर अच्छाई की विजय हुई थी.
- होली को दो दिन तक मनाई जाती है छोटी होली और बड़ी होली.
- हर साल होली का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.
- होली के दिन लोग एक दूसरे पर गुलाल और अबीर लगाते हैं.
- होली के अवसर पर भारत में शासकीय अवकाश रहता है. बड़ी होली के दिन निजी और सरकारी सभी दफ्तरो का अवकाश होता है.
- इस दिन सभी लोग गिले-शिकवे भूल कर भाई-चारे को अपनाते है और गले मिलते हैं.
- होली का महत्व रंगों के जरिए से समाज में एकता और भाईचारा बढ़ाने में है.
होली पर निबंध 500 शब्दों में – Hindi Holi Essay in 500 Words
प्रस्तावना: होली को भारत में रंगों का त्यौहार भी कहा जाता है. हिन्दुओ में इस पर्व को प्रमुख त्योहारों में माना जाता है. देश में होली दो दिन तक मनाया जाने वाला एक विशेष त्यौहार है. छोटी होली पर लोग होलिका की पूजा करते है इस दिन होलिका दहन किया जाता है इसके अगले ने सभी अनेक प्रकार के रंगों से होली खेलते है और ख़ुशी मानते है.
होली कब मनाई जाती है: होली का त्यौहार फाल्गुन महीने की पूर्णमासी के दिन मनाया जाता है इस दिन होलिका दहन किया जाता है और अगले दिवस चेत्र मास की कृष्ण पक्ष को रंगोत्सव मनाया जाता है.
कब मनाई जाएगी साल 2025 में होली: इस वर्ष 2024 में रंगों का त्यौहार होली शुक्रवार, 14 मार्च 2025 के दिन मनाई जाएगी. और होलिका दहन पूजा गुरुवार, 13 मार्च 2025 को मनाई जाएगी जोकि छोटी होली के नाम से भी जानी जाती है.
होली को विश्व भर में जोश-उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस त्यौहार को सभी समुदाय के लोगो के साथ मिलकर मनाया जाता है.
होली क्यों मनाते हैं (होली का इतिहास): पौराणिक कथा के अनुसार दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप नामक राक्षक ने अपने राज्य में भगवान श्री विष्णु जी पूजा पर पाबंदी लगा रखी थी. और जो भी उनकी पूजा करते थे राजा हिरण्यकश्यप उन्हें कठोर दंड दिया करता था. लेकिन राजा हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रह्लाद भगवान् श्री विष्णु जी का परम भक्त था और वह उनकी पूजा-अर्चना दिन रैट किया करता था और उनकी भक्ति में लगा रहता था. राक्षक हिरण्यकश्यप को अपने पुत्र का यह व्यवहार पसंद नहीं था. राजा हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र प्रह्लाद को भगवान् विष्णु जी की भक्ति रोकने के लिए काफी दंड दिए परन्तु प्रह्लाद की भक्ति में इतनी शक्ति थी की राक्षक प्रह्लाद का कुछ नहीं बिगाड़ सकें परेशान होकर हिरण्यकश्यप के आदेश से प्रह्लाद को मारने का आदेश दिया. काफी प्रयास असफल होने के बाद हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका नामक राक्षसी की मदद मांगी और भक्त प्रह्लाद को अग्नि में जलाकर मारने की योजना बनाई.
होलिका नामक राक्षसी को वरदान था की वह आग में जल नहीं सकती. इसलिए उसने भगवान् विष्णु जी के भक्त प्रह्लाद को अपनी गोदी में बैठा कर अग्नि में जा कर बैठ गई. होलिका की गोद में बैठा भक्त प्रह्लाद भगवान् विष्णु जी का स्मरण करता रहा और उसी आग में होलिका नामक राक्षसी खुद जलकर भस्म हो गई. इस दिन बुराई पर अच्छे की विजय हुई और इसी याद में होली का त्यौहार मनाया जाने लगा.
कैसे मनाया जाता है होली का त्योहार: रंगोत्सव यानी होली पर तरह तरह के रंग ख़रीदे जाते है और तरह तरह की मीठे और नमकीन पकवान बनाए जाते है ताकि वे घर आए महमानों को परोस सकें और उन्हें रंग लगाकर गले मिल सकें.
इस त्यौहार पर फाग लोकगीतों को गाया जाता है, जिसमे लोक ढोलक, मंजीरे के साथ गलियों में भजन और गीत गाकर एक दुसरे पर रंग उड़ाते थे.
होलिका दहन या होली पूजा पर लकड़ियाँ और गोबर के बने उपले इकठ्ठा करते है. और इसकी पूजा करते है व् अंत में शुभ मुहरत के अनुसार होलिका दहन किया जाता है. इसके बाद लोग आपस में रंग लगाकर एक दुसरे को होली की शुभकामनाएँ और बधाई देते है.
होली पर रंग लगाते समय एक प्रमुख नारा बोलते है “बुरा न मानो, होली है” बोलते है. होली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की विजय की याद है. इसके लोग पुराने गिले-शिकवे भूलकर एक दुसरे को गले लगाते है हैप्पी होली.
होली पर होली की शुभकामनाएं – Holi Wishes in Hindi
होली का त्यौहार रंगों एवं खुशियों का त्यौहार है इस दिन हर कोई व्यक्ति अपने सगे सम्बन्धी, यार-दोस्त, भाई-बहन, माता-पिता एवं परिजनों को होली की शुभकामनाएं रंग लगाकर देते है. और कुछ लोग होली की बधाई व्हात्सप्प, फेसबुक, ट्विटर या अन्य सोशल मिडिया सन्देश के जरिए भेजते है. यहाँ पर हमने होली की कुछ शुभकामनाएं अंकित की है, जिन्हें आप होली के दिन अपने दोस्तों के साथ साँझा कर सकते हो.
कामना है कि फागुन का ये रंगीन उत्सव आपके जीवन में ढेर सारी खुशियां लाएं, होली की हार्दिक शुभकामनाएं 2024.
हैप्पी होली !
मुबारक हो आपको रंगों भरी होली!
उठाकर हाथों में पिचकारी, कृष्ण जी के रंग से रंग दो दुनिया सारी.
होली की हार्दिक शुभकामनाएं !
मुबारक हो आपको होली का त्यौहार !