Mahatma Gandhi Life History in Hindi: यहाँ हमने महात्मा गाँधी जी के जीवन काल से जुडी बेहद महत्वपूर्ण घटनाएं एक पंक्ति में अंकित की है, यहाँ आप महात्मा गांधी जी के जन्म 1869 लेकर 1948 तक की एतिहासिक घटनाएं प्रकशित की है. जिसमे आप जान सकते है की महात्मा गाँधी जी की कुल विदेश यात्रा, उनके मुख्य आन्दोलन, उनके कुल उपवास आदि के बारे में सामान्य ज्ञान हिंदी हिंदी में.
Life History of Mahatma Gandhi from 1869 to 1948 in Hindi
वर्ष | महात्मा गांधी द्वारा उनके जीवन – काल की मुख्य घटनाएं |
1869 | जन्म 2 अक्टूबर, पोरबंदर, काठीयावाड़ में-माता पुतलीबाई, पिता करमचंद गांधी. |
1876 | परिवार राजकोट आया गया, प्राइमरी स्कुल में अध्यन कस्तूरबा से सगाई. |
1881 | राजकोट हाईस्कूल में पढाई. |
1883 | कस्तूरबा से विवाह |
1885 | 63 वर्ष की आयु में पिता का निधन |
1887 | मेट्रिक पास की, भावनगर के सामलदास कॉलेज में प्रवेश लिया, एक सत्र बाद छोड़ दिया. |
1888 | प्रथम पुत्र का जन्म, सितम्बर में वकालत पड़ने इंग्लेंड रवाना. |
1891 | पढ़ाई पूरी कर देश लोटे, माता पुतलीबाई का निधन बम्बई तथा राजकोट में वकालत की. |
1893 | भारतीय फार्म के लिए केस लड़ने दक्षिण अफ्रीका रवाना हुए. वहां उन्हें सभी प्रकार के रंगभेद का सामना करना पड़ा . |
1894 | रंगभेद का सामना करने, वहीँ रहकार समाज कार्य करने तथा वकालत करने का फेसला-नेटाल इंडियन कांग्रेस की स्थापना की . |
1896 | छ: महीने के लिए स्वदेश लोटे तथा पत्नी तथा दो पुत्रो को नेटाल ले गए. |
1899 | बिर्टिश सेना के लिए बोअर युद्ध में भारतीय एम्बुलेंस सेवा तैयार की . |
1901 | सपरिवार स्वदेश रवाना हुए तथा दक्षिण अफ्रीका में बसे भारतीयों को आश्वासन दिया की वे जब भी आवश्यकता महसुसू करेंगे, वापस लौट आयेंगे. |
1901 | देश का दौरा किया, कलकत्ता के कांग्रेस अधिवेशन में भाग लिया थाट बम्बई में वकालत का दफ्तर खोला. |
1902 | भारतीय समुदाए द्वारा बुलाए जाने पर दक्षिण अफ्रीका पुन: वापस लौटे. |
1903 | जोहान्सबर्ग में वकालत का दफ्तर खोला. |
1904 | ‘इंडियन ओपेनियन’ साप्ताहिक पात्र का प्रकाशन आरम्भ किया. |
1906 | ‘जुलू विद्रोह’ के दौरान भारतीय एम्बुलेंस सेवा तैयार की. एशियाटिक ऑडीनेन्स के विरुद्द जोहान्सबर्ग में प्रथम सत्याग्रह अभियान आरम्भ किया. |
1907 | ‘ब्लैक एक्ट’ भारतीओं तथा अन्य एशियाई लोगो के जबरदस्ती पंजीकरण के विरुद्ध सत्याग्रह. |
1908 | सत्याग्रह के लिए जोहान्सबर्ग में प्रथम बार कारावास दंड, आन्दोलन जारी रहा तथा दित्तीय सत्याग्रह में पंजीकरण प्रमाणपत्र जलाए गए. पुन: कारावास दंड मिला. |
1909 | जून – भारतीयों का पक्ष रखने इंग्लेंड रवाना, जवंबर-दक्षिण अफ्रीका वापसी के समय जहाज में ‘हिंदी-स्वाराज’ लिखा. |
1910 | मई-जोहान्सबर्ग के निकट टाल्सटॉय फ़ार्म की स्थापना. |
1913 | रंगभेद तथा दमनकारी नीतियों के विरुद्ध सत्याग्रह जारी रखा- ‘द ग्रेट मार्च’ का नेत्रत्व किया जिसमें 2000 भारतीय खदान खर्मियों ने न्यूकेसल से नेटाल तक की पद यात्रा की . |
1914 | स्वदेश वापसी के लिए जुलाई में दक्षिण अफ्रीका से रवानगी. |
1915 | 21 वर्षो के प्रवास के बाद जनवरी में स्वदेश लौटे. मई में कोचरब में सत्याग्रह आश्रम की स्थापना की जो 1917 में साबरमती नदी के पास स्थापित हुआ. |
1916 | फरवरी में बनारस हिन्दू विश्वविधालय में उद्घाटन भाषण . |
1917 | बिहार में चम्पारण सत्याग्रह का नेत्रत्व . |
1918 | फरवरी में अहमदाबाद में मिल मजदूरों के सत्याग्रह का नेत्रत्व तथा मध्यस्थता द्वारा हल निकाला. |
1919 | रालेट बिल पास हुआ जिसमे भारतीयों के आम अधिकार छीने गए-विरोध में उन्होंने पहला अखिल भारतीय सत्याग्रह छेड़ा , अंग्रेजी साप्ताहिक पत्र, यंग इन्डिया’ तथा गुजराती साप्ताहिक ‘नवजीवन’ के पम्पदक का पद ग्रहण किया. |
1920 | अखिल भारतीय होमरूल लीग के अध्यक्ष निर्वाचित हुए-केसर-ए-हिन्द पदक लौटाया, दित्तीय राष्ट्रव्यापी सत्याग्रह आन्दोलन आरम्भ किया. |
1921 | बम्बई में विदेशी वस्त्रो की होली जलाई, सांप्रदायिक हिंसा के विरुद्ध बम्बई में 5 दिन का उपवास एवं व्यापक अवज्ञा आन्दोलन प्रारंभ किया. |
1922 | चौरी-चौरा की हिंसक घटना के बाद जन-आन्दोलन स्थगित किया. उन पर राजद्रोह का मुकदमा चला तथा उन्होंने स्वयं को दोषों स्वीकार किया. जज ब्रुम्फिल्ड द्वारा छ: वर्ष कारावास का दंड दिया गया. |
1923 | ‘दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह’ पुस्तक तथा आत्मकथा के कुछ अंश कारावास के दौरान लिखे. |
1924 | साम्प्रदायिक एकता के लिए 21 दिन का उपवास रखा-बेलगाम कांग्रेस अधिवेशन के अध्यक्ष चुने गए. |
1925 | एक वर्ष के राजनेतिक मौन का निर्णय . |
1928 | कलकत्ता कांग्रेस अधिवेशन में भाग लिया-पूर्ण स्वराज का आह्रान. |
1929 | लाहौर कांग्रेस अधिवेशन में 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया-पूर्ण स्वराज ; के लिए राष्ट्रव्यापी सत्याग्रह आन्दोलन आरम्भ. |
1930 | एतिहासिक नमक सत्याग्रह – साबरमती से डांडी तक की यात्रा का नेत्रत्व . |
1931 | गांधी इरविन समझोता – दित्तीय गोलमेज परिषद् के लिए इंग्लेंड यात्रा , वापसी में महान दार्शनिक रोमन रोलां से भीं भेंट की. |
1932 | यरवदा जेल में अस्पर्श्यों के लिए अलग चुनावी क्षेत्र के विरोध में उपवास – यरवदा पेक्ट को विर्तिश अनुमोदन तथा गुरुदेव की उपस्थिति में उपवास तोडा. |
1933 | साप्ताहिक पात्र ‘हरिजन’ आरम्भ किया-साबरमती तट पर बने सत्याग्रह आश्रम का नाम हरिजन आश्रम कर दिया तथा उसे हमेशा के लिए छोड़कर देशव्यापी अस्पृश्यता विरोधी आन्दोलन छेड़ा. |
1934 | अखिल भारतीय ग्रामोघोग संघ की स्थापना की. |
1935 | स्वास्थ्य बिगड़ा-स्वास्थ्य लाभ के लिए बम्बई आए. |
1936 | वर्धा के निकट के गाँव का चयन जो बाद में सेवाग्राम आश्रम बना. |
1937 | अस्पृश्यता निरारण अभियान के दौरान दक्षिण भारत की यात्रा. |
1938 | बादशाह खान के साथ एन. डब्ल्यू. एफ. पी. का दौरा. |
1939 | राजकोट में उपवास-सत्याग्रह अभियान. |
1940 | व्यक्तिगत सत्याग्रह की घोषणा-विनोबा भावे को उन्होंने पहले व्यक्तिगत सत्याग्रही चुना. |
1942 | हरिजन’ पत्रिका का पन्द्रह महीने बाद पुन: प्रकाशन-क्रिप्स मिशन के असफलता. – भारत छोड़ो आन्दोलन का राष्ट्रव्यापी आह्रान – उनके नेत्रत्व में राष्ट्रव्यापी सत्याग्रह. – पूना के अगखान महल में बंदी जहाँ सचिव एवं मित्र महादेव देसाई का निधन हुआ. |
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