
मॉर्गन स्टैनली ने भारत के वित्त वर्ष 26 के जीडीपी ग्रोथ दर का अनुमान घटाया
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RBI के बाद मॉर्गन स्टैनली ने भी भारत की FY26 जीडीपी वृद्धि दर का घटाया अनुमान
भारत की वित्तीय वर्ष 2026 की जीडीपी ग्रोथ को लेकर RBI के बाद अब मॉर्गन स्टैनली ने भी नया रुख अपनाया है. दरअसल मॉर्गन स्टैनली ने भारत की जीडीपी ग्रोथ दर अनुमान को आगामी वर्ष के लिए को 6.1 फीसदी कर दिया है.
अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 26 फीसदी अतिरिक्त शुल्क का असर जीडीपी पर पड़ता हुआ दिख रहा है. दरअसल भारत की जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को लेकर मॉर्गन स्टैनली ने नई अपडेट दी है. बता दें कि वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली ने अमेरिकी करों के चलते भारत की जीडीपी ग्रोथ दर के अनुमान को कम कर दिया गया है. मॉर्गन स्टैनली ने वित्त वर्ष 2026 के लिए निर्धारित और अनुमानित जीडीपी ग्रोथ दर में 40 बेसिस पॉइंट की गिरावट की है. वहीं इससे पहले आरबीआई ने भी भारत की जीडीपी ग्रोथ दर के अनुमान को घटाया था.
6.1 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान
वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली ने भारत की जीडीपी को लेकर वित्त वर्ष 2026 के लिए अनुमान घटाया है. जहां यह अनुमान 6.1 फीसदी रहने की आंशका जताई जा रही है. वहीं आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि मॉर्गन स्टैनली ने 6.5 फीसदी से करीब 40 बेसिस पॉइंट की गिरावट की है. इसी के बाद यह गिरावट 6.1 फीसदी हुई है. वहीं इससे पहले आरबीआई ने भी वित्त वर्ष 2026 के लिए 6.7 फीसदी जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटाकर 6.5 फीसदी करने की संभावना व्यक्त की थी. इस दौरान जीडीपी वृद्धि में RBI ने 20 बेसिस प्वाइंट की गिरावट की संभावना जताई थी. आरबीआई ने अपनी 9 अप्रैल की मौद्रिक नीति समिति (MPC) में इस गिरावट की अपडेट दी थी.
अन्य ब्रोकरेज ने कुछ इस तरह घटाई जीडीपी वृद्धि
भारत की जीडीपी के अनुमान को लेकर को ब्रोकरेज ने कटौती की है. UBS के अनुसार वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी वृद्धि 6.3% से घटकर 6.0 फीसदी की संभावना जताई है. वही गोल्डमैन सैक्स ने 6.1 फीसदी का अनुमान जताया है. इसके साथ ही सिटी ने 40 बीपीएस और क्वांटइको रिसर्च ने 30 बीपीएस घटने की संभावना व्यक्त की है.