
मार्च 2025 में भारत को 21.54 अरब डॉलर का व्यापार घाटा, देश में बढ़ा इंपोर्ट
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भारत का व्यापार घाटा मार्च 2025 में बढ़ गया है. व्यापार घाटा में पिछले यह 3 वर्षों में सबसे तेज वृद्धि मानी जा रही है. आइए जानते हैं.
India’s Trade Deficit: भारत व्यापार के क्षेत्र में काफी व्यापक हो रहा है, लेकिन अब व्यापार में भारत को काफी घाटे का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल मार्च 2025 में भारत को बहुत बड़ा व्यापार घाटा हुआ है. मार्च में भारत को 21.54 अरब डॉलर का व्यापार घाटा झेलना पड़ा है, जो कि फरवरी माह से काफी ज्यादा है. फरवरी में व्यापार घाटा 14.05 अरब डॉलर था. इस तरह फरवरी की तुलना में करीब 6.49 अरब डॉलर का अधिक व्यापार नुकसान हुआ है. वहीं इस महीने देश का आयात 77.23 अरब डॉलर हो गया है.
कितना रहा व्यापार घाटा
मार्च 2025 के लिए विशेषज्ञों का मानना था कि इस महीने भारत का व्यापार घाटा लगभग 16 अरब डॉलर हो सकता है, लेकिन इसके वास्तविक आंकड़ों ने सबके होश उड़ा दिए. जानकारी के लिए बता दें कि मार्च 2025 में भारत का कुल निर्यात 73.61 अरब डॉलर रहा. हालांकि यह अनुमान से काफी ज्यादा था, लेकिन आयात 77.23 अरब डॉलर हुआ है. ऐसे में आयत और निर्यात के बीच करीब 3.61 अरब डॉलर का अंतर है.
सबसे ज्यादा हुआ इन चीजों का आयात निर्यात
भारत में इस महीने जिन प्रोडक्ट्स का निर्यात हुआ है, उनमें इंजीनियरिंग गुड्स, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, और इलेक्ट्रॉनिक गुड्स शामिल थे. वहीं भारत से जिन चीजों का सबसे ज्यादा आयात हुआ, उनमें पेट्रोलियम, कच्चा तेल और उत्पाद, इलेक्ट्रॉनिक गुड्स और सोना प्रमुख रूप से शामिल थे. हालांकि इसके बाद विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि वैश्विक उतार-चढ़ाव के बाद भी फिलहाल भारत तकनीकी उत्पादों और सेवा क्षेत्र में मजबूत पकड़ बनाए हुए है.
भारत में बढ़ा स्मार्टफोन का निर्यात
इस दौरान भारत में स्मार्टफोन का निर्यात सबसे ज्यादा हुआ है. इसमें अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बाजारों में तेज उछाल आया है. अमेरिका में भारत की हिस्सेदारी 2023 में 7.88% थी, जो साल 2024 में बढ़कर 13.73% हो गई. हालांकि निर्यात की बात करें, तो यह $4700.3 मिलियन था, जो 2024 में काफी बढ़ गया है. इस तरह 2024 में निर्यात $7073.1 मिलियन तक पहुंच गया. वहीं ब्रिटेन से भी हिस्सेदारी बढ़ी है. जहां हिस्सेदारी 2023 में करीब 9.27% थी, लेकिन 2024 में यह बढ़ी और करीब 14.31% हो गई थी. साथ ही निर्यात मूल्य $1039.8 मिलियन से बढ़कर $1506 मिलियन हो गया था. हाल ही अमेरिका ने व्यापार पर टैरिफ लगाया है, जिसे देखते हुए भारत द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर जोर दे रहा है. इस समझौते से व्यापार में स्थिरता बनी रहेगी.