सुपर कंप्यूटर प्रत्युष (Pratyush)

Super Computer Pratyush and its benefits in Hindi

भारत में देश का सबसे तेज सुपर और पहला मल्‍टीपेटाफ्लोप्‍स सुपर कम्‍प्‍यूटर प्रत्यूष 08 जनवरी 2018 को केन्‍द्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने पुणे में देश को समर्पित किया इस कंप्यूटर का नाम प्रत्यूष सूर्य के नाम पर रखा गया है इस कंप्यूटर की क्षमता 10 पेटा फ्लोप होगी. इस सुपर कंप्यूटर को भारतीय मौसम विज्ञान संस्थान पुणे में लगाया गया है। जिससे पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय से सटीक मौसम और जलवायु पूर्वानुमान में और सुधार होगा।

प्रत्यूष कंप्यूटर मॉनसून की सटीक चाल जानने के लिए वैज्ञानिक तेज गणना वाली मशीन की जरुरत होती है. ये कंप्यूटर इस जरुरत को पूरा करेगा. खासकर ब्रह्मांड की उत्पति से जुड़े राज खोलने के लिए वैज्ञानिक ऐसी मशीनों का इस्तेमाल करते हैं.

प्रत्युष के फायदे – Benefit of Super Computer Pratyush

वैज्ञानिक मौसम में बदलाव और भूकंपों के पीछे की प्रक्रिया को समझने के लिए भी सुपर कंप्यूटर्स का इस्तेमाल करते हैं. साथ ही, परमाणु शोध में भी सुपर कंप्यूटर्स काम आते हैं. मानसून की अधिक बेहतर भविष्यवाणी के अलावा तमाम प्राकृतिक आपदाओं जैसे सुनामी, चक्रवाती तूफान, भूकंप, आदि की अधिक कार्यकुशल निगरानी के लिए किया जायेगा। इसके अलावा वायु की गुणवत्ता, बिजली गिरने, मत्स्य उद्योग, गर्म व ठण्डी तरंगों के अवलोकन तथा बाढ़ व सूखे की तैयारियों में इसका इस्तेमाल किया जायेगा।

इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मीट्रोलॉजी (IITM) द्वारा जारी जानकारी के अनुसार “प्रत्यूष” मौसम को समर्पित दुनिया की चौथा सबसे तेज सुपरकम्प्यूटर है तथा इसका स्थान जापान, अमेरिका और ब्रिटेन के सुपरकम्प्यूटरों के बाद है.

सुपर कंप्यूटर इतिहास – History of Super Computer

भारत 90 के दशक से सुपर कंप्यूटर बना रहा है. परम सीरीज का सुपर कंप्यूटर एक वक्त में दुनिया के दस सबसे तेज सुपर कंप्यूटर्स में शुमार था. लेकिन हाल के कुछ सालों में यूरोपीय यूनियन, चीन, अमेरिका और जापान ने इस क्षेत्र में कई रिकॉर्ड तोड़े हैं. फिलहाल दुनिया का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर चीन के पास है.

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